समय मुट्ठी से रेट की भाँती खिसकता जा रहा है| मोदी जी! अब समय है “कल करे सो आज कर, आज करे सो अब” की उर्जा और त्वरा से काम करने और करवाने का|
समय मुट्ठी से रेट की भाँती खिसकता जा रहा है| मोदी जी! अब समय है “कल करे सो आज कर, आज करे सो अब” की उर्जा और त्वरा से काम करने और करवाने का|