सभी मझे नेता को पता होता है कि हारा नेता भी कई करोड़ का होता है| परन्तु यदि प्रशांत किशोर कि तरकीब सफल हुए और गठबंधन हुआ तब अधिकाँश को चुनाव लड़ने का मौका भी नही मिलेगा तब वे हारे हुए नेता ना होकर भूतपूर्व विधानसभा उम्मीदवार मात्र बन कर रह जायेंगे जिसकी कीमत दो कौड़ी भी नही होती|